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The Railway Men : भोपाल गैस कांड पर आधारित एक साहसिक की कहानी
2 दिसंबर 1984 की रात, भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के कीटनाशक संयंत्र से मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस का रिसाव हुआ, जिससे हजारों लोगों की जान चली गई और लाखों प्रभावित हुए। ‘The Railway Men’ इस भयावह रात की घटनाओं को दर्शाती है, जब रेलवे कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।
Table of Contents
🎭 The Railway Men प्रमुख पात्र और उनके योगदान
- इफ्तिखार सिद्दीकी (के. के. मेनन): भोपाल जंक्शन के स्टेशन मास्टर, जिन्होंने संकट की घड़ी में नेतृत्व किया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
- इमाद रियाज़ (बाबिल खान): एक लोको-पायलट, जो संयंत्र की लापरवाही के कारण अपने मित्र को खो देता है और फिर लोगों की मदद के लिए आगे आता है।
- रति पांडे (आर. माधवन): रेलवे के महाप्रबंधक, जो प्रोटोकॉल से ऊपर उठकर मानवता को प्राथमिकता देते हैं।
- बलवंत सिंह (दिव्येंदु शर्मा): एक ठग, जो संकट के समय में नायक बनकर उभरता है।
- जगमोहन कुमावत (सनी हिंदुजा): एक पत्रकार, जो संयंत्र की लापरवाही को उजागर करने का प्रयास करता है।
🎬 The Railway Men निर्देशन और प्रस्तुति
शिव रावल ने इस सीरीज़ को एक भावनात्मक और सशक्त कथा के रूप में प्रस्तुत किया है। रुबाइस की सिनेमैटोग्राफी और याशा जयदेव रामचंदानी की संपादन ने दृश्य प्रभाव को और भी प्रभावशाली बनाया है। सैम स्लेटर का संगीत भी कहानी की गंभीरता को बढ़ाता है।
🌟समीक्षाएँ और प्रतिक्रिया
‘The Railway Men’ को समीक्षकों और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। इसमें रेलवे कर्मचारियों की बहादुरी और मानवता की भावना को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है। हालांकि, कुछ समीक्षकों ने इसके उपकथाओं की अधिकता और कुछ दृश्यों की अतिनाटकीयता की ओर संकेत किया है।